*ज़श्ने यौमे आज़ादी - शहिद टिपु सुलतान विचार मंच ने निकाली तिरंगा रैली और तीन अलग - अलग जगह पर फहराया गया झंडा...*

◼️ ज़श्ने यौमे आज़ादी - शहिद टिपु सुलतान विचार मंच ने निकाली तिरंगा रैली और तीन अलग- अलग जगह पर झंडा भी फहराया.


चंद्रपुर :- पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ है। चंद्रपुर में भी सरकारी कार्यालयों से लेकर मदरसों में जश्ने आजादी मनाया जा रहा है। इसी क्रम में शहिद अब्दुल हामिद चौक गुटकाला , बिनबा गेट रहमतनगर , नया रहमतनगर , रहमतनगर के पास स्थित २५ साल पुराने दारुल-उलूम-गौसीया मदरसे में भी हर साल कि तरह आजादी का जश्न मनाया गया।


इस आजादी के जश्न में हिजाब पहनी लड़कियों ने राष्ट्रगान पढ़ा तथा रफ़ी अहमद किदवाई स्कूल गुटकाला कि स्कॉट बच्चियों ने तिरंगे को अभिवादन पेश किया , शहिद अब्दुल हामिद चौक और नया रहमतनगर में भारतीय आर्मी बॉर्डर सेकुरिटी फ़ोर्स से सेवा निवृत्त शफ़ीक़ खान साहब के हाथों से झंडा फहराया गया।


तराना-ए-हिंद पढ़ने के बाद , आज़ादी के मौक़े पर बात करते हुए इंजी अमजद शेख़ ने कहा कि अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले शहिद टिपु सुलतान और उनके वालिद हैदर अली ने सबसे पहले इस देश को अंगरेजो से सावधानी बरतने के लिए सचेत किया था , मुस्लिम उलेमा द्वारा देश की आजादी में निभाई गई भूमिका को याद किया। अमजद शेख़ ने कहा कि १९४७ के आख़री पड़ाव में संपूर्ण आज़ादी के युद्ध लड़ने के लिए फतवा दिल्ली की जामा मस्जिद से दिया गया था और मुफ्ती इनायत अहमद काकोरवी , अल्लामा फ़ज्ले हक़ खैराबादी को अंग्रेजों ने उनकी भागीदारी के लिए दंडित किया था और देश को ब्रिटिश शासन से स्वतंत्र होने से पहले हजारों मुजाहिदीन-ए-आजादी ने अपने जीवन का बलिदान दिया था। यह कहते हुए कि भारत किसी एक समुदाय के कारण स्वतंत्र नहीं हुआ, बल्कि देश सभी वर्गों के बलिदान के बाद मुक्त हुआ है, इंजी अमजद शेख़ ने कहा कि देश की स्वतंत्रता में हिंदुओं और मुसलमानों का मिश्रित योगदान रहा है। उन्होंने कहा, हिंदू और मुसलमान देश की समृद्धि और प्रगति के लिए मिलकर काम करेंगे और देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।


प्रोग्राम के तुरंत बाद बिनबा गेट से शहर का ग़स्त करते हुए तिरंगा रैली निकाली गई , देश भक्ति के नारो से शहर का गांधी चौक , अंबेडकर पुतला चौक , जटपूरा गेट के साथ साथ वरोरा नाका और पूरा शहर गूंज उठा।
 


इस तिरंगा रैली का आयोजन शहिद टिपु सुलतान विचार मंच द्वारा किया गया , इंजी अमजद शेख़ के मार्गदर्शन में में आयोजित सभी प्रोग्राम को कामयाब करने के लिए इंजी ज़ुबेर आज़ाद , राजू वासेकर , सलाहउद्दिन क़ाज़ी , अज़हर शेख़, हाजी फ़ैसल पाशा , अझहर खान , सय्यद अबरार अली , सोहिल मुस्ताफ़ाई , मतिन कुरेशि ,ज़मीर शेख़ , सय्यद अरबाब , सय्यद मेराज , इमरान खान उर्फ़ बाबा खान , माज़ी नगरसेवक बापू अंसारी , समीर अली , इरशाद शेख़ , दानिश खान , गुलफ़ाम कुरेशि , फ़ैज़ान सय्यद , ज़ुबेर शेख़ , आबीद शेख़ , समीर मिर्ज़ा , इमरान शेख़ , एजाज़ शेख़ , बबलू भाई , आसिफ़ शेख़ , ताज कुरेशि , सोहिल खान , जामिल शेख़ आदि ने मेंहनत की।
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