*शहीद टिपु सुलतान कि २७३ वी जयंती के उपलक्ष्य में जाहिर व्याख्यान हुआ संपन्न...* *टिपु सुलतान आधुनिक भारत के निर्माण में विश्वास रखने वाले धर्मनिरपेक्ष राजा थे :- राम पुनियानी..* Tipu Sultan Birth Anniversary

◼️शहीद टिपु सुलतान कि २७३ वी जयंती के उपलक्ष्य में जाहिर व्याख्यान हुआ संपन्न...*

◼️टिपु सुलतान आधुनिक भारत के निर्माण में विश्वास रखने वाले धर्मनिरपेक्ष राजा थे :- राम पुनियानी..*



चंद्रपुर 17 नवम्बर :- टिपु सुलतान कि २७३ वी जयंती के उपलक्ष्य में शहर में शहिद टिपु सुलतान फ़ाउंडेशन महाराष्ट्र द्वारा चंद्रपुर के नेहरू स्कूल के मैदान में टिपु सुलतान विचार मंच लगाया गया था जिसमें प्रसिद्ध वक्ता डॉ राम पुनियानी ने उपस्थितों को संबोधित किया, अपने व्याख्यान मे उन्होंने कहा कि टिपु सुलतान भारत देश के लिए शहिद होने वाले पहले राजा थे,अंग्रेजो का ख़तरा सबसे पहले टिपु सुलतान ने हि समझा था और इसे रोकने के लिए टिपु सुलतान ने सभी भारतीय सत्ता प्रमुखों से एक होने कि अपील भी कि थी,टिपु सुलतान ने बहोत सारे हिंदू मंदिरो को मदद कर धर्मनिरपेक्ष होने के भी सबूत दिए तथा हिंदू और क्रिश्चियन लोगों के धार्मिक स्थलों को हज़ारों एकर ज़मीन देकर एक अच्छे राजा का धर्म भी निभाया था,हिंदू और मुस्लिम राजा ने मिलकर इस देश को बनाया है और भारत कि ताक़त हिंदू मुस्लिम एकता पर हि निर्भर है,१५६ मंदिरो को दान देने वाले टिपु सुलतान के राज्य का पहला प्रधानमंत्री पंडित पूर्णय्या एक ब्राम्हीन था और बहोत सारे हिंदू सैनिक इनके सेना में काम करते थे।टिपु सुलतान के राज्य में पक्की सड़के,रेशम के कारखाने,खिलोने के कारखाने,मिट्टी से बनने वाले उद्योग,शक्कर का कारख़ाना,जहाज निर्माण उद्योग ऐसे बहोत सारी उपलब्धिया टिपु सुलतान के साम्राज्य को और बडा बनाती है। इसीलिए टिपु सुलतान आधुनिक भारत के निर्माण में विश्वास रखने वाले राजा थे।


नेहरू स्कूल के ग्राउंड पर आयोजित इस जलसा-ए-आम में भारी तादाद में लोगों ने हिस्सा लिया,जलसे का आगाज चार्टेड अकाउंटंट अंजुम ग़ौस ने किया,मंच पर विशेष रूपसे प्रवीण खोब्रागड़े,डॉ.,राकेश गावतुरे , प्रो निलेश बेलखेड़े , प्रो. अनिल दहाके , सुरेंद्र रायपूरे , जलसे के अध्यक्ष इंजी ज़ुबेर आज़ाद उपस्थित थे।


जलसे में शहर और ज़िले के सभी सम्मानित सामाजिक,अनेक राजकीय कार्यकर्ता,पत्रकार,टीचर और बिजनेस मैन लोगों ने शिरकत कि सय्यद रमज़ान अली घायल,रामु तिवारी,मतीन कुरेशी,बापू अंसारी,सय्यद चाँद,सिकंदर शेख़ भद्रावती, निसार शेख़ ,जावाभाई चिमुर , सय्यदआलिम,अकील कुरेशि , रियाज़ शेख़ , अॅड फ़रहत बेग , अब्दुल ऐजाज,असलम भाई,राजू वासेकर , पप्पू देशमुख,शाहीन शेख़,नाहीद हूसेन, शिरिन कुरेशि,ॲड अरज़ु शेख़, हुमायूँ अली,फ़ारुख सिद्दीक़ी, मुक़्क़दर खान,सय्यद अफ़ज़ल अली,वसी भाई,सानु सिद्दीक़ी,ॲड नाज़िम खान सह अनेक बुद्धिजीवी मान्यवर उपस्थित थे।




प्रोग्राम इंजी अमजद शेख़ पापा के मार्गदर्शन में लिया गया उन्होंने अपने अध्यक्षीय भाषण में टीपू सुलतान और अनेक महापुरुषों की जानकारी देते हुए इंसानियत से बड़ा कोई मजहब नहीं हम सब एक है इस आशय की बात कही। इस कार्यक्रम में नायब सदर मौलाना मजीद , सोहैल मुस्तफाई , अझहर खान , अझहर शेख़ , हाजी फ़ैसल पाशा , अरबाब सय्यद , अबरार अली सय्यद ,अबीद शेख़ , शोएब शेख़ , गुलफाम कुरेशि , सुलतान अशरफ़ , नौशाद सिद्दीक़ी , सादिक़ हरून , बाबा उर्फ़ इमरान खान , समीर अली , दानिश खान , इरशाद शेख़ , समीर मिर्ज़ा , हनीफ़ शेख़ , मज़हर शेख़ , वसीम पाशा , ज़मीर शेख़ , इरफ़ान कांचा ने अथक परिश्रम किया।
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