*पारंपरिक तरीके से निकला दसवीं मोहर्रम का जुलूस, बांटा गया लंगर-ए-हुसैनी...* *राष्ट्रवादी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग और रैयतवारी कॉलरी मित्र परिवार की ओर से शरबत और लस्सी बांटी गई..*

◼️पारंपरिक तरीके से निकला दसवीं मोहर्रम का जुलूस, बांटा गया लंगर-ए-हुसैनी...*

◼️राष्ट्रवादी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग और रैयतवारी कॉलरी मित्र परिवार की ओर से शरबत और लस्सी बांटी गई..*


चंद्रपुर :- मोहर्रम की दसवीं तारीख यानी शनिवार को रैयतवारी मदरसा के इमामबाड़ा से अकीदत के साथ जुलूस निकाला गया। जुलूस में ताजिया, पारंपरिक ढोल-ताशे शामिल थे। युवक करतब दिखाते चल रहे थे।

ताजिया का जुलूस आमटे लेआऊट से निकलकर रामटेके लेआऊट,माइनस क्वार्टर,बगड़ खिड़की,रैयतवारी बाथरूम चौक का गस्त करते हुए रैयतवारी के Bmt चौक पहुंचा वहीं पर रैयतवारी कॉलरी मित्र परिवार की ओर से लंगर हुसैनी और शरबत तक़सीम किया गया और राष्ट्रवादी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग की ओर लस्सी भी बांटी गई।


इस अवसर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के शहर जिलाध्यक्ष नौशाद अहमद सिद्दीकी ने कहा कि इमाम हुसैन का किरदार यह था कि जब मक्का से कूफे के सफर के वक्त दुश्मन ने उन्हें घेरा तो उन्होंने देखा कि दुश्मन के फौजी इतने प्यासे हैं कि जंग करने के काबिल भी नहीं हैं। ऐसे में इमाम हुसैन चाहते तो हमला कर देते, लेकिन कमजोर पर हमला करना दीन-ए-इस्लाम नहीं है इसलिए इमाम हुसैन ने दुश्मन के फौजियों को पानी पिलाया और यहां तक कि उनके प्यासे घोड़ों को भी पानी पिलाया। उन्हीं हजरत इमाम हुसैन को कर्बला में तीन दिन का प्यासा शहीद किया गया। उन्ही की याद में हम हिंदू- मुस्लिम सभी लोग मिलकर मोहर्रम का पर्व मानते हैं।


इस मौके पर नौशाद अहमद सिद्दीकी, ताजुद्दीन शेख़, सुल्तान अशरफ अली,रिज़वानुल हसन,अनवर अली शाह,माजी नगरसेवक सुधीर करांगल,चंद्रराज बाथो,गुलाब केवट,इस्लाम शाह,जैनुद्दीन शेख़,मोइनुद्दीन शेख,शाहिद शेख़, शहंशाह, शाहनवाज़,दाऊद, सलमान चौधरी,हैदर अली,रहिस अहमद,शोऐब शेख,मोहम्मद गौस, रैयतवारी कॉलरी मित्र परिवार के सभी लोगों का योगदान रहा।
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