*गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कुलपति को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा..* *ABVP कार्यकर्ताओं ने रजिस्ट्रार और gorakhpurpolice पुलिस के जवानो से भी की मारपीट...* *दस आरोपी अरेस्ट*

◼️गोरखपुर यूनिवर्सिटी में कुलपति को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा..

◼️ABVP कार्यकर्ताओं ने रजिस्ट्रार और gorakhpurpolice पुलिस के जवानो से भी की मारपीट...

◼️दस आरोपी अरेस्ट...


UP : गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी DDU में शुक्रवार शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने वाइस चांसलर के चैंबर में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। दरवाजा उखाड़कर फेंक दिया। इसके बाद वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इतना ही नहीं, बीच-बचाव करने आए gorakhpurpolice पुलिस से भी मारपीट की।
पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर ABVP कार्यकर्ताओं को खदेड़ा। बवाल में वाइस चांसलर, रजिस्ट्रार, 3-4 ABVP कार्यकर्ता और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सभी को अस्पताल भेजा गया है। अभी मौके पर हंगामा हो रहा है। 3 से 4 थानों की फोर्स तैनात की गई है। वहीं, 10 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।


गमलों से किया हमला..

ABVP कार्यकर्ताओं ने गमले फेंककर वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार को मारा। इस दौरान रजिस्ट्रार जमीन पर गिर गए। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उन्हें जमकर पीटा। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद 10 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। घटना को लेकर अफरा-तफरी का माहौल है।


क्यों हुआ बवाल...

ABVP कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी में फैली अनियमितता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों के मुताबिक वाइस चांसलर के आश्वासन के बाद भी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके बाद 13 जुलाई को ABVP कार्यकर्ताओं ने मांगे पूरी न होने पर यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया।उस दिन कार्यकर्ताओं ने तीन गेट के ताले भी तोड़ दिए थे। इसके बाद वाइस चांसलर ने एक-एक कर छात्रों की समस्याएं सुनीं और आश्वासन दिया था कि जल्द ही इन सभी का समाधान कर दिया जाएगा।इसके बाद डीन डॉ. सत्यपाल सिंह ने हंगामा करने वाले 4 कार्यकर्ताओं के निलंबन और 4 कार्यकर्ताओं को यूनिवर्सिटी में प्रवेश वर्जित करने का आदेश जारी कर दिया।इस आदेश के विरोध में छात्र वाइस चांसलर से मिलने शुक्रवार को पहुंचे तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया। इस पर कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क गया।


देखना ये है की कया इन उपद्रवियों और आतंकियों के घरों पर बुलडोजर चलेगा या फिर खाकी वर्दी पर हाथ डालने वालो को केवल वोट के चक्कर में बचा लिया जायेगा.

भीड़ तंत्र है जहा अराजकता है वहा।

बोया पेड़ बबूल का ,आम कहाँ से खाय।
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